About Shodashi
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ज्येष्ठाङ्गबाहुहृत्कण्ठकटिपादनिवासिनीम् ॥७॥
साहित्याम्भोजभृङ्गी कविकुलविनुता सात्त्विकीं वाग्विभूतिं
सानन्दं ध्यानयोगाद्विसगुणसद्दशी दृश्यते चित्तमध्ये ।
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
Just after 11 rosaries on the very first working day of starting Together with the Mantra, you'll be able to provide down the chanting to one rosary each day and chant eleven rosaries on the eleventh day, on the final working day of the chanting.
उत्तीर्णाख्याभिरुपास्य पाति शुभदे सर्वार्थ-सिद्धि-प्रदे ।
कैलाश पर्वत पर नाना रत्नों से शोभित कल्पवृक्ष के नीचे पुष्पों से शोभित, मुनि, गन्धर्व इत्यादि से सेवित, मणियों से मण्डित के मध्य सुखासन में बैठे जगदगुरु भगवान शिव जो चन्द्रमा के अर्ध भाग को शेखर के रूप में धारण किये, हाथ में त्रिशूल और डमरू लिये वृषभ वाहन, जटाधारी, कण्ठ में वासुकी नाथ को लपेटे हुए, शरीर में विभूति लगाये हुए देव नीलकण्ठ त्रिलोचन गजचर्म पहने हुए, शुद्ध स्फटिक के समान, हजारों सूर्यों के समान, गिरजा के अर्द्धांग भूषण, संसार के कारण विश्वरूपी शिव को अपने पूर्ण भक्ति भाव से साष्टांग प्रणाम करते हुए उनके पुत्र मयूर website वाहन कार्तिकेय ने पूछा —
सेव्यं गुप्त-तराभिरष्ट-कमले सङ्क्षोभकाख्ये सदा ।
Devotees of Shodashi engage in various spiritual disciplines that intention to harmonize the head and senses, aligning them With all the divine consciousness. The following factors outline the progression in direction of Moksha by devotion to Shodashi:
The Tripurasundari temple in Tripura state, locally known as Matabari temple, was initial Started by Maharaja Dhanya Manikya in 1501, even though it was probably a spiritual pilgrimage site For lots of generations prior. This peetham of ability was to begin with meant to be a temple for Lord Vishnu, but because of a revelation which the maharaja had in a desire, He commissioned and put in Mata Tripurasundari within its chamber.
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी कवच स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari kavach
संक्रान्ति — प्रति मास जब सूर्य एक संक्रान्ति से दूसरी संक्रान्ति में परिवर्तित होता है, वह मुहूर्त श्रेष्ठ है।
The Mahavidyas are a bunch of ten goddesses that signify various facets of the divine feminine in Hinduism.
As on the list of ten Mahavidyas, her story weaves throughout the tapestry of Hindu mythology, supplying a prosperous narrative that symbolizes the triumph of excellent above evil as well as the spiritual journey from ignorance to enlightenment.